सिख, सिंघ और शबद गुरू

Sikh, Singh And Shabad Guru (HINDI)

by: Sant Singh Maskeen (Panth Rattan Giani)


  • ₹ 90.00 (INR)

  • ₹ 81.00 (INR)
  • Hardback
  • ISBN:
  • Edition(s): reprint Jan-2016
  • Pages: 117
  • Availability: In stock
ईशवर की इस नियमावली को समझते हुए श्री गुरू नानक देव जी और गुरू गोबिंद सिंघ जी ने पंथ की साजना की और वह भी है दो रंगी। यही कारण है कि सिख कौम सारी दुनियां में दो नामों से जानी जाती है। एक सिख और एक सिंघ। सिख आत्मा है और सिंघ/सिंह शरीर है। सिख का जन्म है गुरू की विचार से, गुरू के शबद से। ईस पुसतक में हरजीत सिंह द्वारा संत सिंह जी मसकीन की विचारों को प्रस्तुत किया गया है।

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