10 अध्यायों के इस संग्रह में लेखक ने गुरु-काल के सिख सिद्धांतों, सिख शहीद, सिख मिसल और अब्दाली, महाराजा रणजीत सिंह की ऐतिहासिक सेवा और सिख राजाओं और बीसवीं सदी के हालात का वर्णन है। पुस्तक के अंत में महत्वपूर्ण घटनाओं, पुस्तकें, संप्रदायों और समकालीन शासकों की नामावली को जोड़ा गया है। यह सिख इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्ययन है जो पंजाब इतिहास के छात्रों के लिए बहुत उपयोगी और मूल्यवान है।