इस पुस्तक में श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की जीवन कथा पेश की गई है। गुरू इतिहास को गुरूबानी की शिक्षा व प्रसंग में समझने के लिए इस रचना के माध्यम से नए उपक्रम लिए गए हैं।